
दिवाली का पर्व 2023 में कब है? जानें डेट और लक्ष्मी पूजा का टाइम, आरती के साथ
Diwali Festival 2023 Date in India Calendar : इस साल 2023 में दिवाली का पर्व कार्तिक अमावस्या की तिथि 04 नवंबर, गुरुवार को है। दिवाली का त्यौहार सुख, समृद्धि और वैभव का प्रतीक है। दोस्तों दिवाली (Diwali) के त्यौहार पर विधिवत पूजा करने से जीवन में यश – वैभव बना रहता है और जीवन में धन (Money) की कमी हमेशा के लिये दूर होती है। सबसे पहले पहले आपको शुभ मुहूर्त और काल के बारे में जानकारी दे देते है।
साल 2023 में दिवाली कब है? (When is Diwali in 2023) : मित्रो दिवाली 4 नवंबर, 2023, गुरुवार अमावस्या तिथि को प्रारम्भ यानि नवंबर 04, 2023 को प्रात: 06:03 बजे से लेकर अमावस्या तिथि को समाप्त: यानि नवंबर 05, 2023 को प्रात: 02:44 बजे तक रहेगी।
इसके अलावा दिवाली पर लक्ष्मी पूजा मुहूर्त: शाम 06 बजकर 09 मिनट से रात्रि 08 बजकर 20 मिनट तक है जिसकी अवधि: 1 घंटे 55 मिनट रहेगी। प्रदोष काल: 17:34:09 से 20:10:27 तक और वृषभ काल: 18:10:29 से 20:06:20 तक रहेगा।
दिवाली के त्यौहार पर शुभ चौघड़िया मुहूर्त निम्न प्रकार से रहने वाला है : –
प्रात:काल मुहूर्त: 06:34:53 से 07:57:17 तक
प्रात:काल मुहूर्त: 10:42:06 से 14:49:20 तक
सायंकाल मुहूर्त: 16:11:45 से 20:49:31 तक
रात्रि मुहूर्त: 24:04:53 से 25:42:34 तक
चलो अब आपको बताते हैं की दिवाली पर लक्ष्मी पूजन की विधि क्या है (Diwali 2023 Lakshmi Pujan)
दिवाली के पर्व पर शुभ मुहूर्त में लक्ष्मी जी की पूजा हमेशा विधि पूर्वक करनी चाहिए। इस साल दिवाली का पर्व प्रदोषयुक्त अमावस्या तिथि और स्थिर लग्न और स्थिर नवांश है। शास्त्रों के अनुसार इन मुहूर्त में लक्ष्मी जी का पूजन करना बहुत ही शुभ माना गया है। इस दिन स्नान करने के बाद स्वच्छ वस्त्र धारण कर पूरे मनोयोग के साथ पूजा अर्चना करनी चाहिए। पूजा के बाद लक्ष्मी जी की आरती और मंत्रों का जाप करना चाहिए। इस दिन दान का भी विशेष महत्व बताया गया है।
लक्ष्मी मैया जी की आरती :-
(Diwali maa Lakshmi aarti: यहां पढ़ें ओम जय मां लक्ष्मी माता, लक्ष्मी जी की आरती)
ॐ जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता
तुमको निशदिन सेवत, मैया जी को निशदिन * सेवत हरि विष्णु विधाता
ॐ जय लक्ष्मी माता-2
उमा, रमा, ब्रह्माणी, तुम ही जग-माता
सूर्य-चन्द्रमा ध्यावत, नारद ऋषि गाता
ॐ जय लक्ष्मी माता-2
दुर्गा रूप निरंजनी, सुख सम्पत्ति दाता
जो कोई तुमको ध्यावत, ऋद्धि-सिद्धि धन पाता
ॐ जय लक्ष्मी माता-2
तुम पाताल-निवासिनि, तुम ही शुभदाता
कर्म-प्रभाव-प्रकाशिनी, भवनिधि की त्राता
ॐ जय लक्ष्मी माता-2
जिस घर में तुम रहतीं, सब सद्गुण आता
सब सम्भव हो जाता, मन नहीं घबराता
ॐ जय लक्ष्मी माता-2
तुम बिन यज्ञ न होते, वस्त्र न कोई पाता
खान-पान का वैभव, सब तुमसे आता
ॐ जय लक्ष्मी माता-2
शुभ-गुण मन्दिर सुन्दर, क्षीरोदधि-जाता
रत्न चतुर्दश तुम बिन, कोई नहीं पाता
ॐ जय लक्ष्मी माता-2
महालक्ष्मीजी की आरती, जो कोई नर गाता
उर आनन्द समाता, पाप उतर जाता
ॐ जय लक्ष्मी माता-2
ॐ जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता
तुमको निशदिन सेवत,
मैया जी को निशदिन सेवत हरि विष्णु विधाता
ॐ जय लक्ष्मी माता-2