Dow Jones – अडानी ग्रुप के लिए मुसीबते कम होने का नाम नहीं ले रही है। जब से हिंडनबर्ग की रिपोर्ट जारी हुई है। अडानी ग्रुप के शेयर में लगातार गिरावट जारी है। और इसके साथ ही अडानी शीर्ष अमीरो की सूचि में भी कई स्थान निचे आ चुके है। अब बड़ी खबर ये आ रही है की Dow Jones की तरफ से अडानी के शेयर को बाहर करने का फैसला आया है।
ये फैसला तेजी से गिरते अडानी समूह के शेयर की वजह और अडानी समूह की तरफ से वापस लिए गए FPO की वजह से लिया गया है। अमरीका के बाजार में अडानी समूह के लिए ये बड़ा झटका है। अडानी ग्रुप के तीन कंपनी के शेयर को Dow Jones Sustainability इंडेक्स से हटाने का फैसला लिया गया है।
इसमें अडानी एंटरप्राइजेस, अदाणी पोर्ट्स व स्पेशल इकोनॉमिक जोन और अंबुजा सीमेंट के एएसएम के शेयर शामिल है। अडानी ग्रुप के लिए ये बुरी खबर है सात फरवरी से अडानी ग्रुप के शेयर को Dow Jones Sustainability इंडेक्स से हटा दिया जायेगा
Dow Jones Sustainability इंडेक्स की और से कहा गया है की अडानी ग्रुप के स्टॉक में गड़बड़ी की वजह से इनके शेयर को हटाया जा रहा है इसके साथ ही एक छोटी सी कंपनी हिंडनबर्ग की रिपोर्टं ने अडानी जैसे बड़े दिग्गत को हिला कर रख दिया है।
अडानी ग्रुप के शेयर पहले 3442 रुपये प्रति शेयर के हिसाब से मार्किट में चल रहे थे लेकिन इसके बाद अडानी के शेयर में 55 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई और अडानी ग्रुप के शेयर 1565 रूपये प्रति शेयर के ऊपर आ चूका था। अडानी के शेयर गिरने से मार्किट में हड़कंप मचा हुआ है। लोगो का भरोसा अडानी शेयर से उठता जा रहा है। अडानी निवेशकों में भरोसा कायम नहीं रख पा रहे है।
एलआईसी ने दिया अडानी निवेश पर जवाब
देश की जीवन बीमा निगम एलआईसी के विनिवेश सचिव ने कहा है की वो अडानी के मामले को नहीं देख रहे है। क्योकि ये मेरे अधिकार क्षेत्र में नहीं आता है। वही सचिव टिके पांडेय ने कहा है की एलआईसी ने जो भी निवेश किया है वो एक सुरक्षित रणनीति के तहत किया है। इसमें किसी प्रकार का कोई खतरा नहीं है। एलआईसी ने रिस्क मैनेजमेंट को ध्यान में रखते हुए अडानी में निवेश किया था। और एलआईसी पहले भी बता चुकी है की उनका अडानी ग्रुप में कितना निवेश है।