Gautam Adani lost $36 billion in a month – हिंडेनबुर्ग की रिपोर्ट जारी होने के बाद अडानी ग्रुप को काफी नुकसान हुआ है। उनकी कंपनी के शेयर धड़ाम से निचे चले गए है। पिछले एक महीने में अरबो रूपये का नुकसान उनको हो चूका है। और गौतम अडानी अब विश्व की टॉप बिलिनियर की रिपोर्ट जारी करने वाली सूचि में भी 11 वे नंबर पर आ चुके है।
पहले ऐसा लग रहा था की गौतम अडानी दुनिया के सबसे बड़े रईस की सूचि में सबसे ऊपर आ सकते है लेकिन हिंडेनबुर्ग की रिपोर्ट आने के बाद गौतम अडानी दुनिया के दस सबसे रईस लोगो की सूचि से भी बाहर हो गए है।
इस साल गौतम अडानी की सम्पति घटकर 84 अरब डॉलर रह गई है। उनकी सम्पति में 36 अरब डॉलर की गिरावट आई है। इस साल सबसे अधिक नुकसान के मांमले में गौतम अडानी सबसे टॉप पर है इसके बाद मुकेश अम्बानी और राधाकृष्णन दमानी का नंबर आता है।
मुकेश अम्बानी ने इस साल करीब पांच अरब डॉलर गवांये है। और राधाकृष्णन दमानी ने करीब दो अरब डॉलर गवांये है। पिछले साल विश्व के टॉप बिलिनियर की सूचि में गौतम अडानी और मुकेश अम्बानी की सम्पति के इजाफा हुआ था।
और ये दोनों ही टॉप दस अरबपति की सूचि में बने हुए थे लेकिन इस साल ये दोनों अरबपति विश्व के टॉप दस अरबपति की सूचि से बाहर हो चुके है। मुकेश अम्बानी अब टॉप दस अरबपतियों की सूचि में बारहवे नंबर पर आ चुके है और गौतम अडानी 11 वे नंबर पर आ चुके है।
हिंडेनबुर्ग रिपोर्ट के पीछे क्या मकसद है
हिंडनबर्ग एक अमरीकन फाइनेंसियल कंपनी है जो की सालाना कंपनी से जुडी रिपोर्ट जारी करती है। अडानी ग्रुप के खिलाफ हिंडनबर्ग कंपनी के रिपोर्ट ने शेयर मार्किट में बवाल मचा दिया है।
अडानी ग्रुप की तरफ से इस रिपोर्ट को गलत बताया गया है। और उनकी तरफ से इस रिपोर्ट पर जवाब भी जारी किया गया है। अडानी ग्रुप की तरफ से कहा गया है की ये रिपोर्ट उनके खिलाफ साजिस के तहत प्रकाशित की गई है। उनकी कंपनी की छवि को ख़राब करने के लिए इस रिपोर्ट को प्रकाशित किया गया है।
इस रिपोर्ट के जारी होने के बाद अडानी ग्रुप दुनिया के अरबपतियों की लिस्ट से तीसरे नंबर से सीधे सातवे नंबर पर आ गए थे और अब वो टॉप दस अरबपतियों की सूचि से भी बाहर हो चुके है। अडानी ग्रुप का सबसे बड़ा FPO जारी होने वाला है।
इस FPO के जरिये अडानी ग्रुप 20000 करोड़ रूपये जुटाने की कोशिश कर रहा है। लेकिन हिद्दनबर्ग की रिपोर्ट के बाद इस FPO को बड़ा झटका लग सकता है। अडानी ग्रुप की तरफ से जारी रिपोर्ट के अनुसार हिंडनबर्ग की रिपोर्ट उनके FPO को तबाह करने के उद्देशय से जारी की गई है।