
आपको जानकर हैरानी हो गई सोल्लगे के छात्रों ने एक बुजुर्ग किसान के खेत में जाकर उसके धान के खेत में कटाई करवाने का काम किया और बुजुर्ग किसान की सहायता की। ये सभी बच्चे कॉलेज में पढ़ने वाले है और इन्होने मजदूरों की हो रही भरी कमी के चलते उस बुजुर्ग किसान की फैसल की कटाई में मदद की। आपको बताते हैं की सारा माजरा क्या है।

दरअसल ये घटना रामनट्टुकरा की है। रामनट्टुकरा, कुट्टूलंगडी में फारूक ट्रेनिंग कॉलेज के बीएड और एमएड में पढ़ने वाले 35 बच्चे अचानक से वाहन के एक गरीब और बुजुर्ग किसान के खेत में पहुँच गए और वहां पर उन्होंने किसान के धान के खेत में कटाई का काम करवाया। इन बच्चों में ज्यादातर लड़कियां थी। 78 साल का बुजुर्ग किसान ये देख कर काफी खुस नजर आ रहा था।
किसान चिन्नेत्तन मजदूरों की कमी के कहते काफी परेशान नजर आ रहा था ऐसे में छात्रों द्वारा सहयोग मिलने के बाद बहुत उत्साहित हो रहे थे। छात्रों ने सुबह 8 बजे से लेकर दोपहर 12 बजे तक किसान चिन्नेत्तन के धान के खेत में कटाई का काम करवाया। सभी बच्चे ऐसे थे जिनको पिछले कोई भी अनुभव नहीं था कटाई करने का। इन बच्चों में ज्यादातर बच्चे शहरों के रहने वाले थे।
रामनट्टुकरा, कुट्टूलंगडी के मेहनती किसान चिन्नेत्तन काम करके बहुत से बच्चे थक गए थे। इनमे से एक बच्चे नौरीन के कहा की उनको बहुत खुशी महसूस हो रही है और उनको लग रहा है की उनको या फिर देश के अन्य छात्रों की भी ऐसे ही गरीब किसानो के खेत में जाकर उनकी मदद करनी चाहिए।