शादी ब्याह का सीजन चल रहा है तो शादियों में दूल्हे को भी धड़ाधड़ नोटों की मालाएं पहनाई जा रही है। नोटों की माला पहनाना शान समझा जाता है। और बहुत से लोगो तो नोटों की माला दे ढक जाते है। फिर ढूढ़ना पड़ता है की दूल्हा कैसा है – दूल्हा कैसा दिखता है। खैर आपको शायद मालूम नहीं है की दूल्हे को पहराई जाने वाली नोटों की माला को लेकर RBI यानि रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया की गाइडलाइन भी बनी हुई है।
नयी अपडेट के लिए हमें टेलीग्राम और व्हाट्सअप ग्रुप पर फॉलो करे |
Join Whatsapp Group Join Telegram Group |
अभी हाल ही में एक और घटना भी सामने आई है जिसमे दूल्हे ने 500 रुपये के नोटों की माला पहनी हुई है और तभी एक बंदा उस माला पर झप्पटा मारकर ले भागता है। ऐसे में आप ये बताइएये की उस समय वो माला टूटती नहीं तो क्या होता दूल्हे का ? खैर – करेंसी नोटों की माला के लिए क्या कहता है RBI देखिये
माला बनाने से रोकता है RBI
RBI शादी ब्याह में पहनाई जाने वाली माला बनाने और पहनने के लिए रोकता है। RBI के अनुसार करेंसी नोटों की माला बनाना और उसको किसी शामियाने आदि में लगाना निषेध है और ये Banking Regulation Act, 1949 की धारा 35A का सीधा सीधा उलंघन माना जाता है। Banking Regulation Act, 1949 की धारा 35ए में सपष्ट रूप से करेंसी नोटों की माला या इस तरफ का कोई कार्य करने को निषेध माना गया है।
तो फिर कैसे शुरू हुआ नोटों की माला का चलन
असल में इसके पीछे कोई रीती रिवाज नहीं है। शादी में रिवाज के अनुसार वरमाला दूल्हे को पहनाई जाती है और उसके अलावा रिवाजों में फूलों और कीमती पथ्थरों की मालाओं का जिक्र है। लेकिन कुछ संपन्न लोग अपनी सम्पन्नता दिखने के लिए नोटों की माला पहनने लग गए। और बस देखों देख सभी लोग असा करने लगे।
क्या नोटों की माला पहनने पर कार्यवाही हो सकती है।
नहीं बिलकुल नहीं हो सकती है। क्योंकि Banking Regulation Act, 1949 की धारा 35ए में स्पष्ट रूप से इस पर रोक लगाई है लेकिन सजा का कोई प्रावधान नहीं किया गया है। इसलिए RBI चाहकर भी कुछ नहीं कर पा रहा। यही कारण है की अगर कोई नोटों की माला पहन रहा है या फिर बना रहा है तो उसको सजा नहीं होती।
बैंक कर्मी स्टेपल कर दे तो सजा होती है।
अगर कोई बैंक का कर्मचारी नोटों की गड्डी पर पिन लगा देता है यानि की स्टेपल कर देता है तो उसको सजा हो सकती है। ऐसा बैंकिंग रूल्स में स्पष्ट किय्या गया है। लेकिन अगर कोई बिज़नेसमैन या फिर आम आदमी ऐसा कर देता है तो उसको किसी भी तरह की कोई सजा होने का नियम नहीं बनाया गया है।