इसरो ने अपने सैटेलाइट से जोशीमठ की आपदा का जायजा लिया है।
इस जायजा में डरावना परिणाम निकलकर सामने आया है।
सैटेलाइट ने जो स्थिती दिखाई है उसके अनुसार पूरा जोशीमठ शहर धंस जाएगा।
जानकारी के अनुसार इसरो ने सैटेलाइट से 7 से 10 जनवरी 2023 तक जोशीमठ की तस्वीरें ली हैं।
इसके साथ ही इसरो ने बताया है कि अप्रैल से नवंबर 2023 तक जमीन धंसने का मामला धीमा था।
इन सात महीनों में जोशीमठ माइनस आठ दशमलव नौ सेंटीमीटर धंसा है
लेकिन 27 दिसंबर 2022 से लेकर 8 जनवरी 2023 तक के बारह दिनों में जमीन धंसने के तीव्रता माइनस पांच दशमलव चार सेंटीमीटर हो गई यानी ये काफी तेज गति से बढ़ रहा है
इसरो के हैदराबाद स्थित नेशनल रिमोट सेंसिंग सेंटर यानी एनआरसी ने ये रिपोर्ट जारी की है।